रिश्तों से रिश्ते बनाएं नहीं बनते अपनों से अपने मिलाये नहीं मिलते। रिश्तों से रिश्ते बनाएं नहीं बनते अपनों से अपने मिलाये नहीं मिलते।
न कवियों में कवि फिर भी सुन रहे समय बिताने को ही सही। न कवियों में कवि फिर भी सुन रहे समय बिताने को ही सही।
मेरे दिल ओ दिमाग पे एक नशा है आपका दूर हो या पास हर वक़्त सुकून ए तलब हो आप! मेरे दिल ओ दिमाग पे एक नशा है आपका दूर हो या पास हर वक़्त सुकून ए तलब हो आप!
तुम तो मेरी कविता हो मेरी कल्पना हो खुबसूरत सा एक भ्रम हो ! तुम तो मेरी कविता हो मेरी कल्पना हो खुबसूरत सा एक भ्रम हो !
भूल जाना मुझे मेरे यार, फ़िलहाल किसी और का हूँ मैं..! भूल जाना मुझे मेरे यार, फ़िलहाल किसी और का हूँ मैं..!
नादान उम्र और नशे की लत ऐसे मासूमों को बद्दुआ कौन देगा ।। नादान उम्र और नशे की लत ऐसे मासूमों को बद्दुआ कौन देगा ।।